| 1. | दोहा के पदांत में दीर्घ मात्रा वर्जित है।
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| 2. | समूह गान के रूप में पदांत में गूँजते रहता है।
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| 3. | टीम की विज्ञापन नीति पृष्ट पदांत
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| 4. | हरिगीतिका छंद में १६-१२ पर यति, पदांत में लघु-गुरु तथा रगण का
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| 5. | पदांत में सम तुकांतता से इसकी सरसता तथा गेयता में वृद्धि होती है.
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| 6. | लेकिन पदांत बंधन विषम चरण अर्थात प्रथम और तृतीय चरण में होता है।
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| 7. | सार / ललित छंद १६ व १२ मात्रा पर यति का विधान, पदांत गुरु गुरु अर्थात
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| 8. | पदांत में सम तुकांतता से इसकी सरसता तथा गेयता में वृद्धि होती है.
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| 9. | इसमें गीता के टेक, समूह गान के रूप में पदांत में गूँजते रहता है।
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| 10. | हर पदांत में गुरु हो तथा जगण (ISI लघु गुरु लघु) कहीं न हो।
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