| 1. | इंद्र की तरह ही यह परस्त्रीगामी तथा कामुक था।
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| 2. | परस्त्रीगामी क्या उत्तम गति पा सकता है? ॥ 2 ॥
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| 3. | संगसे क्या किसीके सुबुद्धि उत्पन्न हुई है? परस्त्रीगामी क्या उत्तम गति
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| 4. | शुक्र पर यह चिह्न परस्त्रीगामी तथा स्त्री के हाथों अंत का संकेत है।
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| 5. | परस्त्रीगामी और लम्पट के लिए हिन्दी में छिनाल का पुरुषवाची शब्द भी पनपा है छिनरा।
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| 6. | परस्त्रीगामी और गुरु की पत्नी के साथ समागम करने वाला कभी सुखी नहीं हो सकता।
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| 7. | परस्त्रीगामी और गुरु की पत्नी के साथ समागम करने वाला कभी सुखी नहीं हो सकता।
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| 8. | परस्त्रीगामी और लम्पट के लिए हिन्दी में छिनाल का पुरुषवाची शब्द भी पनपा है छिनरा ।
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| 9. | किन्तु इन्ही लग्नो में यदि मंगल सातवें बैठा हो तों वह व्यभिचारी या परस्त्रीगामी होता है.
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| 10. | सर्पयोग में उत्पन्न जातक दुखी, दरिद्री, परस्त्रीगामी, कामी, क्रोधी व अदूरदर्शी होता है।
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