पर्णिल लाइकेन मुड़ी हुई पत्ती की भाँति होते हैं, जिनमें आरोह अवरोह होते हैं।
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अधिकांश पर्णिल लाइकेन की आंतरिक संरचना निम्नलिखित चार ऊतकों में विभक्त होती है:
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अधिकांश पर्णिल लाइकेन की आंतरिक संरचना निम्नलिखित चार ऊतकों में विभक्त होती है:
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पर्णिल लाइकेन मुड़ी हुई पत्ती की भाँति होते हैं, जिनमें आरोह अवरोह होते हैं।
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ये तीनों प्रकार के वर्ग क्रमश: पर्पटीमय (crustose), पर्णिल (foliose) और क्षुपिल (fructose) लाइकेन कहे जाते हैं।
6.
पर्णिल या फॉलिएट अंकुर-सीमावर्ती खाँच के समीप, जीभ के दोनों पार्श्व भागों में लाल पत्तीवत् अंकुरों की एक-एक छोटी श्रृंखला होती है।
7.
पर्णिल या फॉलिएट अंकुर-सीमावर्ती खाँच के समीप, जीभ के दोनों पार्श्व भागों में लाल पत्तीवत् अंकुरों की एक-एक छोटी शृंखला होती है।
8.
(+) पर्पटीमय (crustose), जो चप्पड़ में उगते हैं (¤É) पर्णिल (foliose), जो पत्ती जैसे होते हैं और (ºÉ) क्षुपिल (fructicose), जिसमें फल जैसे आकार लगे होते हैं।