संज्ञा
| साड़ी, धोती आदि का किनारा, जो लंबाई के बल में प्रायः अलग रंगों से बुना होता है:"उसने धोती की किनारी को फाड़कर निकाल दिया" पर्याय: किनारी, आँवठ,
| | दीवार, मकान आदि बनाने के लिए खड़ी की जानेवाली रचना जिसपर चढ़कर मिस्त्री,मजदूर आदि काम करते हैं:"पाइट के टूटते ही एक मजदूर नीचे आ गिरा" पर्याय: पाइट,
| | कुएँ के मुँह पर रखने की जाली :"वह पाड़ पर खड़े होकर पानी निकाल रहा है" पर्याय: पाढ़,
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