तीन तत्वों से अण्डज और चार तत्वों से पिण्डज का निर्माण हुआ ।
3.
पिण्डज खानि में 4 तत्व अग्नि प्रथ्वी जल और वायु विशेष हैं ।
4.
हे धर्मदास! अब पिण्डज खानि से आये जीव का लक्षण सुनो ।
5.
अण्डज खानि में तीन तत्व और पिण्डज खानि में चार तत्व होते हैं ।
6.
पिण्डज खानि में ही आने वाला मनुष्य-अग्नि वायु प्रथ्वी जल आकाश से बना है ।
7.
बृह्मा ने पिण्डज-यानी शरीर के अन्दर गर्भ से उत्पन्न होने वाले जीव खानि की रचना की ।
8.
बृह्मा विष्णु महेश और अष्टांगी इन चारों ने अण्डज पिण्डज ऊष्मज और स्थावर इन चार खानियों को उत्पन्न किया ।
9.
क्योंकि ग्यानीजन अच्छी तरह जानते हैं कि ये मानव देह हमें चार प्रकार की (अण्डज, पिण्डज, ऊश्मज, स्थावर) चौरासी लाख योनियों को जो कि लगभग साढे बारह लाख साल में भोगी जाती है, के बाद मिलता है.
परिभाषा
जो गर्भ से जरायु में लिपटा हुआ उत्पन्न हो:"मनुष्य एक जरायुज प्राणी है" पर्याय: जरायुज, गर्भज, पिंडज,