तुलसी के पुंस्त्व में बढोतरी हेतु गुणकारी उपचा र...
3.
इसके प्रयोग से खूब शक्ति (पुंस्त्व) बढ़ती है ।
4.
यह भस्म बूढ़ों को जवान बनाती और नपुंसकों को पुंस्त्व प्रदान करती है ।
5.
इस घी में से २ तोला घी दूध वा रोटी के साथ सेवन करने से पुंस्त्व शक्ति बढ़ती है ।
6.
-जगद्गुरु शंकराचार्य के अनुसार “ ब्राह्मण वही हे जो ” पुंस्त्व “ से युक्त हे. जो ” मुमुक्षु ” हे. जिसका मुख्य ध्येय वैदिक विचारों का संवर्धन हे. जो सरल हे.