| 1. | पुमंग (Andrcecium) छह पुंकसेरों का होता है।
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| 2. | इसमें “बाह्यदल ' तथा पुमंग के मध्य कुछ नहीं होता।
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| 3. | इसमें “बाह्यदल ' तथा पुमंग के मध्य कुछ नहीं होता।
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| 4. | पुमंग अनेक एवं एकसंलाग होते हैं।
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| 5. | पुमंग अनेक एवं एकसंलाग होते हैं।
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| 6. | पुमंग अनेक एवं एकसंलाग होते हैं।
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| 7. | पुमंग में परागण मात्र एक दिन तक जीवित रहते हैं।
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| 8. | पुमंग तथा दल के मध्य में प्राय: परागकोश स्थित रहता है।
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| 9. | का लगता है लेकिन मुख्य अन्तर ये कि उसमे पुमंग (
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| 10. | पुमंग (androecium) पुष्प का नर भाग है, जिसें पुंकेसर बनते हैं।
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