संज्ञा
| दाँत का मैल:"दाँतों की साफ-सफाई से पुष्पिका जमने नहीं पाती है" पर्याय: दंतमैल, दन्तमैल, पिट्टक, पिप्पिका,
| | लिंगेन्द्रिय का मैल:"लिंगेन्द्रिय की साफ-सफाई से पुष्पिका नहीं जमने पाती" पर्याय: लिंग-मैल, शिश्न-मैल,
| | किसी अध्याय के अंत का वह भाग जिसमें वर्णन किए गए प्रसंग की समाप्ति की सूचना होती है:"इस ग्रन्थ की पुष्पिका से बहुत कुछ स्पष्ट नहीं हो पा रहा है"
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