बहुत संक्षेप में बता दिया कि कैसे मन में उपस्थित पूर्वविचार किस प्रकार शब्द ले लेते हैं।
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बहुत संक्षेप में बता दिया कि कैसे मन में उपस्थित पूर्वविचार किस प्रकार शब्द ले लेते हैं।
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हम परमेश्वर से विनती करें कि अपने पूर्वविचार से नहीं बल्कि आत्मिक आखों से बाइबल को सही तरीके से देख सकें।
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हम परमेश्वर से विनती करें कि अपने पूर्वविचार से नहीं बल्कि आत्मिक आखों से बाइबल को सही तरीके से देख सकें।
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अपने पूर्वविचार पर लज्जित हो उठी मैं! पश्चिमी घाट के साइलेंट वेली नेशनल पार्क की याद आ गई-अभी तक अगम्य रहा भारत का एक मात्र ऊष्ण-कटिबंधीय वन-जिसकी निभृत हरीतिमा अभी तक इंसान नामक जीव के पगों से अछूती है.