यह क्षेत्र शंकुवृक्ष की एक दुर्लभ दक्षिण भारतीय प्रजाति, पोडोकार्पस वल्लीचियानस का ग्रह है.
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यह क्षेत्र शंकुवृक्ष की एक दुर्लभ दक्षिण भारतीय प्रजाति, पोडोकार्पस वल्लीचियानस का ग्रह है.
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यह क्षेत्र शंकुवृक्ष की एक दुर्लभ दक्षिण भारतीय प्रजाति, पोडोकार्पस वल्लीचियानस का ग्रह है.
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इससे अधिक ऊँचे स्थानों पर नुकीली पत्तीवाले चीड़ देवदार, पोडोकार्पस (Podocarpus), तथा चौड़ी पत्तीवाले बाँज, भुर्ज, सैलिक्स, चिनार (poplar) इत्यादि पाए जाते हैं।
5.
वनस्पतियां फूलों वाले लगभग 1965 पौधे, 171 घास प्रजातियां, ऑर्किड की 143 प्रजातियां, और केवल यहां पाया जाने वाला दक्षिण भारतीय पोडोकार्पस वैलिचियानस।