| 1. | प्रतीच्य चालुक्य, पश्चिमी भारत, राजवंश का राजा।
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| 2. | प्रतीच्य चालुक्य पश्चिमी भारत का राजवंश था जिसने २१६ वर्ष राज किया।
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| 3. | सूर्य की उदीच्य एवं प्रतीच्य (भारतीय एवं यूनानी प्रभाववाली) शैली की प्रतिमाएँ ।
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| 4. | इनमें से 30 अध्यायों तक प्राच्य और प्रतीच्य उभयवुध विद्वानों के मध्य कोई मतभेद नहीं है।
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| 5. | हां, सूर्य प्रतिमा की दो प्रमुख शैलियां हैं-उदीच्य एवं प्रतीच्य अर्थात पूर्वी एवं पश्चिमी।
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| 6. | तैलप २ (प्रतीच्य चालुक्य) (973-1200) ने इस साम्राज्य को पराजित कर इस वंश को अन्त कर दिया।
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| 7. | हमारे इस लेख का विषय भी तो योगान्गभूत कुन्डलिनी ही है, जो प्राच्य और प्रतीच्य साहित्यों मे रहस्यमय ही कही गई है.
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| 8. | हमारे इस लेख का विषय भी तो योगान्गभूत कुन्डलिनी ही है, जो प्राच्य और प्रतीच्य साहित्यों मे रहस्यमय ही कही गई है.
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| 9. | इसके उल्लेख अनेक मूल ग्रंथों में पाये जाते हैं लेकिन प्रतीच्य का अर्थ ईरान कैसे हो गया मेरी समझ के बाहर है।
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