पात्र प्रकरणों में से अब तक 9200 प्रकरण में प्राधिकार-पत्र वितरित किये जा चुके हैं।
2.
-बैंक एतद्द्वारा उपर्युक्त प्राधिकार-पत्र के अनुसार, समय-समय पर, राष्ट्रीय आवास बैंक द्वारा जारी मांग-पत्रों का अनुपालन करने के लिए सहमति व्यक्त करता है ।
3.
अधिनियम के तहत अब तक 9200 भूमिहीनों को उस भूमि का, जिस पर ये लम्बे समय से रह रहे थे, प्राधिकार-पत्र मिल चुका है।
4.
4. इस प्राधिकार-पत्र का प्रतिसंहरण हमारी ओर से आवास बैंक की पूर्व सहमति के बिना नहीं किया जाएगा और आप इस प्राधिकार पर तब तक कृत्य कर सकते हैं, जब तक कि यह रद्द नहीं किया जाता है ।
5.
निरीक्षण के समय दुकान, गोदाम में पाये गये उर्वरकों के स्टॉक का विक्रय प्राधिकार-पत्र सहित आवश्यक दस्तावेज का परीक्षण करें तथा बिना अनुमति के व्यापार करते हुए पाये जाने पर सम्बन्धितों के विरूद्ध तत्काल वैधानिक कार्यवाही की जाकर एफआयआर दर्ज कराई जाये।
6.
रीवा संभाग में 4331, जबलपुर संभाग में 1056, इंदौर संभाग में 881, उज्जैन संभाग में 730, भोपाल संभाग में 503, शहडोल संभाग में 516, नर्मदापुरम् संभाग में 459, ग्वालियर संभाग में 346, चम्बल संभाग में 300 और सागर संभाग में 78 भूमिहीन को भूमि-स्वामी प्राधिकार-पत्र प्रदान किये जा चुके हैं।