संज्ञा
| एक प्रसिद्ध बड़ा वृक्ष जो हिंदुओं तथा बौद्धों में बहुत पवित्र माना जाता है:"वह सुबह नहा-धोकर पीपल में जल देता है" पर्याय: पीपल, पिप्पल, पीपर, क्षीरद्रुम, महाद्रुम, चैत्यक, अश्वश्थ, चैत्यतरु, चैत्यद्रुम, चैत्यवृक्ष, वन्यवृक्ष, नंदकि, नन्दकि, पादचत्वर, शुचिद्रुम, अमृता, महाबला, नागबंधु, नागबन्धु, धर्मवृक्ष, वातरंग, केशवालय, कुंजराशन, कुञ्जराशन, चलपत्र, श्रीमत्, श्रीमान्, प्रियंगु, प्रियङ्गु, प्रियंगू, प्रियङ्गू, बादरंग, बादरङ्ग, अश्वत्थ, वासुदेव, अद्रिजा, देवावास,
| | द्वार के पास की भूमि:"शाम के समय देहरी पर बैठना अशुभ मानते हैं" पर्याय: देहरी, देहली, दहलीज, दहलीज़, ड्योढ़ी, डेहरी, बरोठा,
| | बरगद की तरह का एक बड़ा पेड़ जो सारे भारत में पाया जाता है:"बंदर पाकड़ पर बैठकर उसके गोदे खा रहा है" पर्याय: पाकड़, पाकर, जटि, जटी, यूपक, सुपार्श्व, नीलरूपक, पर्कटि, पर्कटी, ह्रस्वपर्ण, वानीर, ताम्रपाकी, वरोह-साखी, यवफल,
| | विष्णु पुराण के अनुसार सात द्वीपों में से एक द्वीप:"प्लक्षद्वीप का विस्तार जम्बुद्वीप से दुगुना है" पर्याय: प्लक्षद्वीप, प्लक्ष-द्वीप, प्लक्ष द्वीप,
| | एक तीर्थ:"हमारे पड़ोसी प्लक्ष की यात्रा पर गए हैं"
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