फिलहाल प्लैज्मा फेरेसिस और इन्यूनोग्लोबुलिन की बड़ी खुराकें दी जाती हैं।
3.
फिलहाल प्लैज्मा फेरेसिस और इन्यूनोग्लोबुलिन की बड़ी खुराकें दी जाती हैं।
4.
इनके स्थान पर लसीकाणु, प्लैज्मा कोशिकाएँ (plasma cells) और ऊतकों की अखंडीय कोशिकाएँ प्रचुरोद्भवन क्रिया द्वारा संख्या में वृद्धि कर प्रदाह स्थान पर एकत्रित होती हैं।
5.
दोनों ही क्रियाएँ¾ प्रथम, जीवाणुभक्षण तथा द्वितीय, प्लैज्मा का रक्तनलिकाओं द्वारा बाहर आना ¾ शरीर को रोगाणुओं से उत्पन्न क्षति से मुक्ति दिलाने की ओर अग्रसर करती हैं।
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दोनों ही क्रियाएँ¾ प्रथम, जीवाणुभक्षण तथा द्वितीय, प्लैज्मा का रक्तनलिकाओं द्वारा बाहर आना ¾ शरीर को रोगाणुओं से उत्पन्न क्षति से मुक्ति दिलाने की ओर अग्रसर करती हैं।
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दोनों ही क्रियाएँ¾ प्रथम, जीवाणुभक्षण तथा द्वितीय, प्लैज्मा का रक्तनलिकाओं द्वारा बाहर आना ¾ शरीर को रोगाणुओं से उत्पन्न विष की मात्रा को हलका करके शरीर को उसके आघात से बचाते हैं।
8.
दोनों ही क्रियाएँ¾ प्रथम, जीवाणुभक्षण तथा द्वितीय, प्लैज्मा का रक्तनलिकाओं द्वारा बाहर आना ¾ शरीर को रोगाणुओं से उत्पन्न विष की मात्रा को हलका करके शरीर को उसके आघात से बचाते हैं।