ईसे बनाये रखने के लिए मैने सब कुछ किया है-कभी कसर नहीं छोडी है-चाहे देवता लोग मेरे कर्मो से खुश न हों पर मुझे ईसकी तनिक भी चिंता नहीं है क्योंकि मैने सदा फराऊन को ही सर्वोच्य माना है.
2.
* “न हम किसी की हत्या करना चाहते है न करते है. यदी तुम बुराई का फल भलाई से देना चाहते हो तो धनवानों के पास जाओ, फराऊन के सरदारों और न्यायाधीशों के पास जाओ क्योंकि हत्या और तमाम बुराईयाँ तुम्हें हमसे कहीं अधिक धनवानों में ही मिलेंगी”.
3.
और यह मध्यवर्गीय उच्छृंखलता, आर्थिक आधारों में धोबी के खूँटे से बँधी, उस आजाद कुत्ते को आदर्श बना रही है, जिसे धोबी की लड़की गोदी में उठा कर चुमकारती है, और उन हसरत-भरी आँखों से उसे देखती है, जिस आदर्श को झकझोरती अदम्यता से नये फराऊन ने पुराने फराऊन के बनाये पिरैमिड को भी नहीं देखा होगा।
4.
और यह मध्यवर्गीय उच्छृंखलता, आर्थिक आधारों में धोबी के खूँटे से बँधी, उस आजाद कुत्ते को आदर्श बना रही है, जिसे धोबी की लड़की गोदी में उठा कर चुमकारती है, और उन हसरत-भरी आँखों से उसे देखती है, जिस आदर्श को झकझोरती अदम्यता से नये फराऊन ने पुराने फराऊन के बनाये पिरैमिड को भी नहीं देखा होगा।