इस रोग का प्रचलित नाम है फीलपाँव जिसे हाथीपांव या शिलापद भी कहते हैं।
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उष्ण प्रदेशों में निद्रालु रोग (Sleeping sickness) त्सेत्सि (Tsetse) मक्खी द्वारा और फीलपाँव (Elephantisis) मच्छरों द्वारा फैलता है।
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हाँ, यदि वह व्याधिा के रूप में, फीलपाँव की तरह, बढ़ने लगे, तो उसकी रोकथाम आवश्यक है।
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फीलपाँव या हाथी पाँव, (फाईलेरिएसिस)-तीसरी दुनीया के अधिकांश देशों में व्याप्तअपने नाम के ही अनुरूप एक अत्यन्त भारी-भरकम उष्ण कटिबन्धी (ट्रापिकल) रोग विश्वस्वास्थ्य संगठन के अनुसार, इन देशों में लगभग ३०-करोड़ लोग इस रोग की गिरफ्तमें हैं और उनमें से दो तिहाई अकेले चीन, इंडोनेशिया और भारत में हैं.