संज्ञा
| पीठ पीछे की जाने वाली निंदा:"किसी की चुगली मत करो" पर्याय: चुगली, चुग़ली, शिकायत, लाई-लुतरी, लुगड़ी, लुगरी, घैर, घैरु, घैरो, सरगोशी,
| | किसी की वास्तविक या कल्पित बुराई या दोष बतलाने की क्रिया:"हमें किसी की भी निंदा नहीं करनी चाहिए" पर्याय: निंदा, बुराई, निन्दा, अपभाषण, अस्तुति, अपमर्श, अपवाचा, अपवाद, टीका-टिप्पणी, अभिषंग, अभिषङ्ग, शाबर, अवध्वंस, आक्षेप, वाच्यता, उपक्रोश,
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