| 1. | कहि रहीम संपति सगे, बनत बहुत बहु रीत।
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| 2. | जब नीके दिन आइहैं बनत न लगिहै देर॥
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| 3. | आगे-आगे सड़क बनत है पीछे-पीछे होत खुदाई ।
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| 4. | जब नीके दिन आइहैं, बनत न लगिहैं देर॥20॥
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| 5. | हाय राम! धरम न छोड़ते बनत बाते
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| 6. | अऊर तू अभी से काहे बाबा बनत हऊ?
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| 7. | फिर नीके दिन आयेंगे, बनत न लागे देर।
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| 8. | जब नीके दिन आइहैं बनत न लगिहैं देर॥
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| 9. | नछत-बेद-ग्रह जोड़ि अर्ध करि, सोई बनत अब खात।
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| 10. | जब नीके दिन आइहैं, बनत न लगिहैं देर॥
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