अबू निदाल का संगठनः कुख्यात अबू निदाल के साथी बमबार और हत्यारों ने लगभग 900 लोगों को मारा है।
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2007 दिसंबर में जब पड़ौसी देश की पूर्व प्रधानमंत्री को आत्मघाती बमबार ने उड़ा दिया था तो पहले पन्ने पर था…. मर्डर इन सर्च ऑफ एन ऑथर.
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कई अर्थों में वही था जो तुम्हें रोके था, घबड़ाते-हड़बड़ाते नंबर दो और चार को संभालता, संभावित उन्माद से ललचाता, किसी जेहादी बमबार को मौत के बाद मिलनी जन्नत के सपने दिखलाता.
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उन्होंने कहा, “पश्तूनों ने चुनावी नतीजों से पूरी दुनिया को ये पैग़ाम दिया है कि हमें बंदूक नहीं क़लम, गोलियाँ नहीं किताबें, ख़ुदकुश बमबार के जैकेट्स नहीं बल्कि स्कूल के यूनीफ़ॉर्म चाहिए.”
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अपने ब्यान में जो “ हेड लाईंस टुडे ” के द्वारा सार्वजनिक किया गया एक संघ परिवार का सदस्य डा. आर. पी. सिंह का स्वीकार करता है कि 100 आत्मघाती बमबार तो वह केवल जम्मू से ही दे सकता है, इस बात को सिद्व करता है कि कितनी बड़ी संख्या में और कितने संगठित ढंग से आतंकवाद के द्वारा देश को नष्ट करने की योजना को अमली जामा पहनाया जा रहा है।
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तेरी कदीम गलियों में अब माओं की लोरियां नहीं भूखे और बीमार बच्चों की चीखें गूंजती हैं तेरी फ़िज़ा में लोकगीतों की पुरकैफ़ सरगम नहीं गूंजती अब इनकी जगह बमबार हवाई जहाजों के सायरन और तोपों की गरज ने ले ली है यहां की हवा में ज़िन्दगी की खुशबू नहीं बारूद और मौत की बदबू है लोग अब जीने के लिए नहीं जीते बल्कि मरने के लिए, तेरी खुद्दार और आज़ाद ज़मीं सात समन्दर पार से आये लुटेरे ज़ालिमों की कैद में है