संज्ञा
| वह आचरण, काम आदि जिसमें ऊपरी बनावट का भाव रहता है:"संत कबीर ने पाखंड पर तीखा व्यंग किया है" पर्याय: पाखंड, ढोंग, आडंबर, ढकोसला, प्रपंच, आडम्बर, दिखावा, दिखावटीपन, पाखण्ड, पाषंड, पाषण्ड, परपञ्च, परपंच, प्रपञ्च, बनावट, ताम-झाम, तामझाम, ताम झाम, तमेला झमेला, तमेला-झमेला, तड़क-भड़क, तड़क भड़क, चमक-दमक, चमक दमक, ठाटबाट, ठाट, टीमटाम, टीम-टाम, लिफाफा, लिफ़ाफ़ा, अटब्बर, अड़ाड़ा, बांकपन, ढचर,
| | टेढ़े होने की अवस्था या भाव:"कारीगर तार के टेढ़ेपन को दूर कर रहा है" पर्याय: टेढ़ापन, वक्रता, टेढ़ाई, तिरछापन, बाँक, बांकपन, बांक, कज, भंग, भङ्ग,
| | बाँका होने की अवस्था या भाव :"उसका बाँकपन सबको अच्छा लगता है" पर्याय: बाँकापन, बाँकपना, बांकपन, बांकापन, अलबेलापन, रंगीनी, रङ्गीनी, छैलापन, सजीलापन,
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