| 1. | बाग़बान अपनी ज़िन्दगी के बारे में लिखने लागे।
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| 2. | बाग़बान-चली इश्क़ दी हवा चली (
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| 3. | बाग़बान की स्थिति धीरे-धीरे बिगड़ती जा रही थी।
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| 4. | बाग़बान भी कोई ऐसे वैसे नहीं,
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| 5. | सुबह-सुबह बाग़बान चादरें बिछाए हिला-हिलाकर शहतूत झाड़ रहे होते।
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| 6. | बुद्विमान व्यक्ति बाग़बान की एक नहीं सुन रहा था।
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| 7. | बाग़बान था तो थी बहारें भी,
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| 8. | वह बाग़बान के साथ आगे बढ़ा।
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| 9. | जब बाग़बान आते, तब मैं अपनी ज़िन्दगी रह नहीं सकता।
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| 10. | बाग़बान की कहानी पति-पत्नी के बारे में शुरु होती है।
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