बेडौलपन को लेकर हुए एक सर्वे से यह बात भी सामने आई कि बोर्ड की परीक्षा देने की तैयारी कर रहे बच्चों का वजन ज्यादा बढ़ता है,
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तेजी से भागते हुए इस भौतिकवादी युग में साँस लेने वाले समाज के जीवन में किसी-न-किसी प्रकार के असुंतलन, बेडौलपन अथवा असंगत भाव का आ जाना स्वाभाविक है।
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' ' हालाँकि ये पंक्तियाँ घर में सिर्फ बच्चों और पति के फैलाव की बात करती हैं, लेकिन इसके साथ-साथ एक शब्द मेरे ज़ेहन में उभरा कि उस फैलाव से घर में अकेले होने पर अधिक उलझती, उस फैलाव को अधिक बेडौलपन से महसूस करती-उस औरत का बिखराव घर में हावी था. आगे-
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अजीब सा विरोधाभास है लेकिन है बड़ा ख़ूबसूरत और चित्ताकर्षक! कहानी की शुरुआत में दूसरे पैरा की ये पंक्तियाँ-“घर के साहब और बच्चों की उपस्थिति में भी उनका जहाँ-तहाँ फैला सामान उनकी बाकायदा उपस्थिति की कहानी कहता था.” हांलाकि ये पंक्तियाँ घर में सिर्फ बच्चों और पति के फैलाव की बात करती हैं, लेकिन इसके साथ-साथ एक शब्द मेरे ज़ेहन में उभरा कि उस फैलाव से घर में अकेले होने पर अधिक उलझती, उस फैलाव को अधिक बेडौलपन से महसूस करती-उस औरत का बिखराव घर में हावी था.