एड़ी और कलाई टूट जाने पर बांधने के लिए इलास्टिक बैंड-एड रखें।
4.
शुरुआत में बैंड-एड इंसानों द्वारा बनाए जाते थे और ज्यादा लोकप्रिय नहीं थे।
5.
जले जख्मों पर बांधने के लिए लोशन और बैंड-एड भी फर्स्ट-एड बॉक्स में रखें।
6.
१९२४ में जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी ने बैंड-एड बनाने वाली मशीन तैयार कर ली जबकि स्टरलाइज्ड बैंड-एड की बिक्री १९३९ में शुरू हुई।
7.
१९२४ में जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी ने बैंड-एड बनाने वाली मशीन तैयार कर ली जबकि स्टरलाइज्ड बैंड-एड की बिक्री १९३९ में शुरू हुई।
8.
हालांकि तर्क दिया जा सकता है कि जीडीपी इस वक्त आइसीयू में है और सरकार अब भी बैंड-एड लगाने जैसे उपचार ही कर रही है।
9.
डिक्शन ने १९२१ में सर्जिकल टेप के एक टुकड़े के बीचोंबीच रुई को चिपकाकर ऐसा बैंड-एड बनाया जिसे लगाने के लिए किसी की मदद की जरूरत नहीं होती थी।
10.
ह्म्म्म्म्म लो आ गयी एक और पाती नयी नयी बात बताती हेयर पिन, टायर, बैंड-एड और फीते जिनके जरिये सब आराम की लाइफ जीते कहते हैं ना ' आवश्यकता आविष्कार की जननी है ” इसलिये जरूरत पड़ने पर ही कोई चीज़ बनी है परंतु जिसने सोचा और बनाया वो महान है और इसी विशिष्ट ज्ञान का नाम विज्ञान है तो जिन्होंने किये ये नये नये आविष्कार उनको नमन बारम्बार बारम्बार बारम्बार और हाँ भूल ही गया मैं तो! जानकारी के लिये रंजू जी का बहुत बहुत आभार-नमस्कार