| 1. | खासतौर पर बोधात्मक भाशा तथा अध्ययन के क्षेत्र
|
| 2. | लैंगेकर की बोधात्मक व्याकरण में एक दूसरी महत्वपूर्ण परिकल्पना है:
|
| 3. | बोधात्मक भाषाविज्ञान (गिलेस फ़ॉकनर ; अनुवाद: नारायण कुमार चौधरी)
|
| 4. | बोधात्मक प्रक्रियाओं कीव्याख्या से बोधन के सार्वभौमिक तत्त्वों का पता चलेगा.
|
| 5. | सुंदर सार्थक जानकारी...जो बोधात्मक विचारों के साथ दी गयी...... आभार
|
| 6. | पूर्णरूपेण सम्मिश्र अवस्था, जब यह घटित होता है, संवेदनात्मक और बोधात्मक
|
| 7. | बुद्धि तत्त्व की प्रधानतावाला बोधात्मक साहित्य ज्ञान-वृद्धि में सहायक होता है.
|
| 8. | अंत: करण की बोधात्मक क्रिया का कुछ काल के लिए बंद-सा हो जाना है।
|
| 9. | अनुसरण, अन्धत्व तथा कमजोर नजर, बहरापन तथा कम सुनाई देना, याद करने में अक्षमता, बोधात्मक
|
| 10. | टार्च दिशा बोधात्मक उजाला प्रदान करती है और घड़ी समय का पालन करना सिखाती है।
|