बल्कि मुझे तो आश्चर्य तब होगा अगर उसे अपने शरीर में आये टाकों और भगछेदन के जल्दी ठीक होने की चिंता ना हो।
2.
प्रसवोत्तर कुछ दिन बाद मलत्याग होता है, तो संवेदनशील बवासीर, डाक्टर द्वारा प्रसव हेतु भगछेदन शल्य क्रिया तथा दुःखती मांसपेशियां इसे दर्दभरा बना देती हैं।
3.
-प्रसव के दौरान किया भगछेदन मूलाधार (नीचे) के माध्यम से एक कट जाता है, लेकिन कभी कभी भी भगशेफ की ओर उत्तर प्रदेश से किया जाना चाहिए.