संज्ञा
| / माया दीपक नर पतंग भ्रमि-भ्रमि इवैं पड़ंत, कहें कबीर गुरु ग्यान ते एक आध उबरंत" पर्याय: माया, प्रपंच, परपंच, अनीश, प्रपञ्च, परपञ्च, अविद्या, इंद्रजाल, इन्द्रजाल, इंद्र-जाल, इन्द्र-जाल,
| | वह अवस्था जिसमें वस्तुओं का उपभोग किया जाए या सुखभोग:"अब हमारे भोग-विलास के दिन गुज़र गए" पर्याय: भोग-विलास, ऐश, ऐशोआराम, ऐश-आराम, ऐशो आराम, ऐश आराम,
|
|