अकस्मात् मयूरों के आगमन से वायु थी भाराक्रांत, मानो
2.
इतनी भाराक्रांत और कहीं कहीं कितनी भद्दी हो जाती है, इसके उदाहरण
3.
उसकी शैली बेहद आकर्षक और मारक है और वह देसी-विदेशी साहित्यिक पूर्वजों-अग्रजों की महानता और समकालीनों की अपेक्षाओं से भाराक्रांत नहीं लगता.
4.
उसकी शैली बेहद आकर्षक और मारक है और वह देसी-विदेशी साहित्यिक पूर्वजों-अग्रजों की महानता और समकालीनों की अपेक्षाओं से भाराक्रांत नहीं लगता.
5.
महेंद्र भटनागर कितनी तीखी ऊमस से परिपूर्ण गगन, लहराती अग्नि-शिखाओं से कितना परितप्त भुवन! कितना क्षोभ-युक्त भाराक्रांत दमित मानव-मन! जीवन का वातावरण समस्त थका-हारा, काराबद्ध!.