संज्ञा
| किसी को कुछ और ही या दूसरा समझने की क्रिया या भाव:"अँधेरे में रस्सी को देखकर साँप का भ्रम हो जाता है" पर्याय: भ्रम, वहम, विभ्रम, धोखा, शुबहा, भरम, भ्रांति, प्रतिभास, विपर्यय, आरोपण, आरोप, अध्यारोप, अध्यारोपण, अध्यास, अध्यासन, मिथ्या ज्ञान, भ्रांत धारणा, अवभास, फेर, कन्फ्यूज़न, कन्फ्यूजन,
| | / आप इस ग़लतफ़हमी में मत रहिए कि मैं आपका कुछ बिगाड़ नहीं सकता" पर्याय: ग़लतफ़हमी, गलतफहमी, भ्रांति, भ्रम, भ्रान्त धारणा, मुगालता, भरम,
| | ऐसा ज्ञान जिसमें पूरा निश्चय न हो:"मुझे उसकी बात की सच्चाई पर संशय है" पर्याय: संशय, संदेह, सन्देह, शंका, शङ्का, आशंका, आशङ्का, भ्रांति, शक, शुबहा, अंदेशा, अन्देशा, अभिशंका, अभिशङ्का, आशंसा, विशय, युतक,
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