| 1. | भ्राष्ट्र की दीवार तथ छत (
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| 2. | भ्राष्ट्र का चुनाव खनिज की प्रकृति पर निर्भर करता है।
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| 3. | से मिलाकर परावर्तन भ्राष्ट्र में लगभग 1, 0000 सें0 तक गरम करते हैं।
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| 4. | रद्दी माल और अन्य उपोत्पाद के लिए ही परावर्तक भ्राष्ट्र काम में आता है।
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| 5. | सल्फेट का निर्माण बड़ी मात्रा में भ्राष्ट्र के ऑक्सीकारक वायुमंडल में गलनांक तक गरम करने से होता है।
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| 6. | सल्फेट का निर्माण बड़ी मात्रा में भ्राष्ट्र के ऑक्सीकारक वायुमंडल में गलनांक तक गरम करने से होता है।
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| 7. | पिछली सीसा धातु को परावर्तक भ्राष्ट्र में ऊँचे ताप पर वायु द्वारा आक्सीकरण करने से लिथार्ज प्राप्त होता है।
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| 8. | ऐसे अंशत: शुद्ध खनिजों को प्रद्रावण भ्राष्ट्र (मेल्टिंग फर्नेस) में मर्जित (purify) करते हैं।
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| 9. | पिछली सीसा धातु को परावर्तक भ्राष्ट्र में ऊँचे ताप पर वायु द्वारा आक्सीकरण करने से लिथार्ज प्राप्त होता है।
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| 10. | टंग्स्टन अयस्क को सांद्रित कर सोडियम कार्बोनेट, (Na2CO3), से मिलाकर परावर्तन भ्राष्ट्र में लगभग 1,0000 सें0 तक गरम करते हैं।
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