| 1. | कण्ठ चक्र से ललाट में भ्रूमध्य तक ।
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| 2. | इसका स्थान भ्रूमध्य से ऊपर ललाट में है।
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| 3. | नारी अपने मस्तक पर भ्रूमध्य में तिलक करे।
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| 4. | और भ्रूमध्य में सूर्यदेव का ध्यान करो ।
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| 5. | और भ्रूमध्य में सूर्यदेव का ध्यान करो ।
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| 6. | आज्ञा चक्र, भ्रूमध्य उसका भौतिक स्थान है।
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| 7. | दृष्टि नासाग्र अथवा भ्रूमध्य में स्थिर करें।
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| 8. | भ्रूमध्य में बिंदु का त्याग होता है।
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| 9. | भ्रूमध्य में बिंदु का त्याग होता है।
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| 10. | आज्ञा चक्र, भ्रूमध्य उसका भौतिक स्थान है।
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