संज्ञा
| वृक्षों पर फैलनेवाली एक लता जिसके बीजों से तेल निकलता है :"मालकंगनी के बीजों से प्राप्त तेल बहुत उपयोगी होता है" पर्याय: मालकँगनी, मालकँगुनी, मालकगुनी, मालकंगनी, मालकंगुनी, स्वर्णलता, पारावतपदी, ज्योतिष्मती, ज्योतिष्मती-लता, नगणा, तृणज्योतिस्, पण्या, पूतितैला, पिण्या, इंगदी, इंगद, इंगुद, इंगुदी, वृषा, अमृता, दुर्जरा,
| | एक बहुत बड़ा वृक्ष जिसमें लाल फूल आते हैं :"सेमल के फलों में गुदा के स्थान पर रूई होती है" पर्याय: सेमल, सेमर, सेमर वृक्ष, तूलवृक्ष, तूलफला, शाल्मली, सेम्हर, द्रुमकंटिका, द्रुमकण्टिका, शुकफल, शल्मलि, शल्मली, शाल्मलि, दीर्घद्रुम, पूरणी, याम्यद्रुम, रक्तपुष्पक, रक्तपुष्पा, रक्तफल, अहिका, कंटकारी, कण्टकारी,
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