मत्या तु सततं ध्येय एते दर्शनहेतवे॥ इसीलिये तो मनीषी लोग कहते हैं-' यस्तं वेद स वेदवित्।
2.
जैसे गढ़वाल में कुश कल्याण तथा उत्तरकाशी जिले में केदार कांठा, टिहरी गढ़वाल जिले में पनवाली और मत्या, चमोली में बेड़नी बुग्याल, कुमायूँ के पिथौरागढ़ जिले में चिपलाकोट घाटी।