| 1. | जब इससे हटे तो मदुर में क्रिकेटर तलाशने लगे।
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| 2. | इसमें रोहित बृजनाथ मदुर के एक खास लेख को चुना।
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| 3. | उसके हौंसलों को स्मरण करते हुए कुछ मदुर गीत भी सुनाए.
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| 4. | जरा-सा तो आकार होता है, पर बलिहारी है उस नील मदुर रूप की।
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| 5. | मदुर ने भी अपने पिता को भी क्रिकेट की छांव में वापस पा लिया।
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| 6. | जरा-सा तो आकार होता है, पर बलिहारी है उस नील मदुर रूप की।
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| 7. | मदुर अपने काम में मशगूल थे, तो पिता अपनी समाजसेवा और धार्मिक कामों में।
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| 8. | मदुर इस लेख में बताते हैं कि धीरे धीरे क्रिकेट उनकी दिनचर्या में शामिल हो गया।
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| 9. | दरअसल, कभी सूरत छोड़कर कलक्तता में बसे मदुर के पिता के लिए क्रिकेट ज़िंदगी था।
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| 10. | दरअसल, स्पोर्ट्स वर्ल्ड में छपी यह कहानी मदुर ने अपने पिता को याद करते हुए लिखी थी।
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