संज्ञा
| साधु-संन्यासियों की वह भिक्षा जिसमें वे केवल पका हुआ भोजन लेते हैं:"साधु महाराज द्वार पर बैठकर मधुकरी का भोग लगा रहे हैं" पर्याय: मधुकड़ी,
| | फूलों का रस चूसकर मधु एकत्र करने वाली एक मक्खी:"इस पेड़ पर मधुमक्खियों का छत्ता है" पर्याय: मधुमक्खी, मधुमाखी, मधुमक्षिका, मुमाखी, मध्वक, द्विर, पुष्करप्रिय, नीलभ, मधुकृत, मक्खी,
| | भौंरे की मादा:"भ्रमरी फूलों के रस का आस्वादन ले रही है" पर्याय: भ्रमरी, भौंरी, भँवरी, भंवरी, आलि, षट्पदी, षटपदी,
|
|