मध्यकाय के उपांग मध्यकाय के प्रथम खंड की उरोस्थि (
3.
मध्यकाय के उपांग मध्यकाय के प्रथम खंड की उरोस्थि (
4.
उदर का अगला चौड़ा भाग मध्यकाय (Mesosoma) सात खंडों का बना होता है।
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मध्यकाय के तीसरे, चौथे, पाँचवें और छठे खंडों की उरोस्थियाँ बहुत चौड़ी होती हैं और प्रत्येक पर दो तिर्यक् रेखाछिद्र (
6.
मध्यकाय के प्रथम खंड की उरोस्थि (sternum) पर जननांगी प्रच्छद ढक्कन (genital operculum) पाया जाता है, जो दरार (cleft) से विभाजित, कोमल, मध्यस्थ, गोल पालि (lobe) हैं।
7.
मध्यकाय के तीसरे, चौथे, पाँचवें और छठे खंडों की उरोस्थियाँ बहुत चौड़ी होती हैं और प्रत्येक पर दो तिर्यक् रेखाछिद्र (oblique slits) रहते हैं, जिन्हें बदुदृक् (stigmata) कहते हैं।