मध्यच्छद तंत्रिका (जो डायफ्राम को आपूर्ति करती है)
2.
तदुपरांत नेत्रिका को आगे पीछे ऐसे घुमाया जाता है कि मध्यच्छद के क्रूस तंतु स्पष्ट दिखाई दें।
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तदुपरांत नेत्रिका को आगे पीछे ऐसे घुमाया जाता है कि मध्यच्छद के क्रूस तंतु स्पष्ट दिखाई दें।
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तदुपरांत नेत्रिका को आगे पीछे ऐसे घुमाया जाता है कि मध्यच्छद के क्रूस तंतु स्पष्ट दिखाई दें।
5.
गुर्दे, रक्तस्राव को रोकने कफ का सार पूरक, किया गया है दर्द, खांसी शासन मध्यच्छद रोगियों अच्छा कर रहे हैं”.
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मध्यच्छद तंत्रिका पेसर 1950 के दशक से उपलब्ध हैं और काफी मंहगे हैं और व्यापक रूप से उनका इस्तेमाल नहीं होता।
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मध्यच्छद तंत्रिका पेसर 1950 के दशक से उपलब्ध हैं और काफी मंहगे हैं और व्यापक रूप से उनका इस्तेमाल नहीं होता।
8.
रोगी को अचानक बहुत तेज दमा का दौरा उठना, मध्यच्छद की आक्षेपिक गतियां आदि लक्षणों के रोगी में नज़र आने पर रोगी को वैलेरियाना औषधि देना बहुत ही उपयोगी साबित होता है।
9.
(5) हर्निया या आँत उतरना-इसमें आंत्र का कुछ हिस्सा वंक्षण, आंत्र योजनी, मध्यच्छद या किसी अन्य छिद्र द्वारा बाहर आ जाता है तथा छिद्र की कसावट के कारण वापस नहीं जा पाता।
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(5) हर्निया या आँत उतरना-इसमें आंत्र का कुछ हिस्सा वंक्षण, आंत्र योजनी, मध्यच्छद या किसी अन्य छिद्र द्वारा बाहर आ जाता है तथा छिद्र की कसावट के कारण वापस नहीं जा पाता।