| 1. | अंसकंठिका का निम्न मध्यांश तथा, १८. उर: कर्णमूलिका।
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| 2. | जीवन परमाणु के मध्यांश का नाम है-“आत्मा”।
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| 3. | मध्यांश निरंतर अनुभव का प्यासा रहता है।
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| 4. | परमाणु का मध्यांश मध्यस्थ-क्रिया करता है।
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| 5. | का अग्र मध्यांश, ५. चिबुककंठिया (
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| 6. | का ऊर्ध्व मध्यांश, ३. अवटुकंठिका (
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| 7. | आत्मा जो जीवन का मध्यांश है।
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| 8. | लघु कहानी के मध्यांश पर जानलेवा मोड़ आता है ।
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| 9. | जीवन का मध्यांश (आत्मा) अनुभव करने के योग्य रहता ही है।
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| 10. | पदार्थ-अवस्था में ' अस्तित्व-धर्म' उसके मध्यांश की आकर्षण-प्रत्याकर्षण क्रिया को इंगित करता है।
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