संज्ञा
| एक सफेद, बहुत वजनी और चमकीली धातु जो साधारणतः द्रव रूप में रहती है:"पारा ही एक ऐसी धातु है जो द्रव अवस्था में पायी जाती है" पर्याय: पारा, पारद, पारत, रुद्ररेता, अमर, रसपति, रसनाथ, रसनायक, शंभुतेज, शम्भुतेज, शिववीय, रेत, रेतस्, सिंधुज, सिन्धुज, सिद्धधातु, दिव्यरस, महातेज, स्कंदशक, स्कन्दशक, मुकुंद, मुकुन्द, जैत्र, शंकरशुक्र, अवित्यज, मृत्युनाशक, रसधातु, अशोक, पर्वतोद्भव, सर्व,
| | एक प्रकार का लाल रंग या चूर्ण जिसे हिंदू सुहागिनें माँग में भरती हैं:"आधुनिक युग में कुछ शहरी विवाहिताएँ सिंदूर लगाना पसंद नहीं करतीं" पर्याय: सिंदूर, सिन्दूर, सेंदुर, ईंगुर, वीररज, मंगल्य, इंगुर, पत्रावलि, अरुण, अरुन, नागरक्त, नागरेणु, नागसंभव, नागसम्भव, हंसपाद, रक्त, रक्तचूर्ण, रक्तशासन,
| | रेगिस्तान में होने वाले एक पेड़ के बेर के आकार के लंबोतरे मीठे फल जो खाए जाते हैं:"वह खजूर खा रहा है" पर्याय: खजूर, खर्जूर, खरजूर, कनक,
| | ताड़ की तरह का एक पेड़ जो प्रायः रेगिस्तान में होता है और जिसमें बेर के आकार के लंबोतरे मीठे फल लगते हैं:"खजूर वृक्ष लम्बा एवं शाखा रहित होता है" पर्याय: खजूर वृक्ष, खर्जूर, खजूर, खर्जूर वृक्ष, खरजूर, खरजूर वृक्ष, मधुक्षीर, मधुक्षीरक, स्कंदफला, स्कन्दफला, कनक, नख्ल, नख़्ल,
| | एक सदाबहार पेड़ जिसके फल बैंगनी या काले होते हैं:"उसके बगीचे में पाँच जामुन हैं" पर्याय: जामुन, जंबु, जम्बु, जामुन वृक्ष, जंबुल, जम्बुल, जंबू, जम्बू, जंबुक, जम्बुक, जांबू, जाम्बू, स्वर्णमाता, शुकप्रिया, नदीकांता, नदीकान्ता, वृहत्फल, राजफला, नीलफला, जंबूल, जम्बूल, श्यामला,
| | खानों से निकलने वाली एक कांच के समान पारदर्शक तहदार धातु:"भारत के राजस्थान में अभ्रक अधिक मात्रा में निकलता है" पर्याय: अभ्रक, अबरक, अबरख, भोडर, भोडल, अभ्र, अभ्रपटल, अमल, बहुपत्र, शुभ्र,
| | एक प्रकार का खनिज पदार्थ:"सोनमक्खी का प्रयोग औषध के रूप में होता है" पर्याय: सोनमक्खी, सोनामक्खी, स्वर्णमाक्षिक, सोनामाखी, ताप्य, तापीज, स्वर्णोपधातु, माक्षिका धातु, चक्रनाम, आवर्त्त, आवर्त, अश्म, अवरत, आपीत, धातुमाक्षिक,
| | नागरमोथा नामक घास की जड़:"नागरमोथे का उपयोग औषध के रूप में किया जाता है" पर्याय: नागरमोथा, नगरौथा, कसेरू, गोलर, स्वल्पकंद, स्वल्पकन्द, वृषपर्व्वा, पयोधर, नागरघन, नागर, नागरमुस्ता, कलायिनी, नादेयी, वृषध्वांक्षा, वृषध्वांक्षी, चक्रांक्षा, उच्चटा, शिशिरा, नागरोत्था, वराही,
| | पिसी हुई राई, चावल आदि को घोलकर बनाया हुआ एक प्रकार का रस:"काँजी खट्टी होती है" पर्याय: काँजी, कांजी, अम्लसार, कुंजल, कुञ्जल, बज्र, वज्र, आरनाल, धान्यमूल, धान्ययूष, धान्ययानि, धान्यतुषोद, धान्याम्ल, संधान, शुक्ता,
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