और इसकी वजह यह थी कि रोशनलाल की पत्नी सु्खदेवी मुँहफ़ट थी ।
3.
कुछ एक जैसा ही बैक-ग्राउंड (मध्य प्रदेश से), कुछ एक जैसी सोच तो कुछ उल्टी सोच, कुछ दोनों का बेबाक (उसका मुँहफ़ट होना, मेरा बेबाक होना:-
4.
इसमें नाराज़ होने वाली क्या बात आ गई? यदि आपको बुरा लगा तो क्षमा करना, मेरा कोई गलत मतलब नहीं था और न ही मैं मुँहफ़ट बन रहा था।
5.
अब वापस अगली पोस्ट लिखो यार, काहे स्वामी की बातों का बुरा मानते हो, वो मुँहफ़ट जरुर है लेकिन दिल का गलत नही है, हमसे तो गाली गलौच का रिश्ता है उसका।
6.
आप उन नारियों के परिणाम देखे जिन्होने उन्मुक्त यौन जीवन या नारी के लज्जा सहनशीलता स्नेह शर्मीलापन से इतर मुँहफ़ट फ़ूहङ बेशर्म स्टायल जीवन जीने की कोशिश की आज समाज में उनकी क्या स्थिति है... ये तो ऐसी ही है...