बौद्धिक नेता की आत्मा की धमन भट्ठी में पकाकर मूल्य-युद्ध में इस्तेमाल किया गया
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यह कूटनीति किसी लोकप्रिय नेता के कार्यालय के टकसाल में गढ़ा हुआ सिक्का नहीं था बल्कि उसे मोहनदास करमचंद गांधी जैसे कद्दावर काठी के बौद्धिक नेता की आत्मा की धमन भट्ठी में पकाकर मूल्य-युद्ध में इस्तेमाल किया गया था.