निचली रीढ़ वाले प्राणियों में (जल-स्थलचर, सरीसृप, पक्षी और मोनोट्रीम (
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मोनोट्रीम नाम के प्राचीन स्तनपायी समूह के मात्र दो ही सदस्य आज के युग
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मोनोट्रीम नाम के प्राचीन स्तनपायी समूह के मात्र दो ही सदस्य आज के युग में बचे हुए हैं-एकिडना और प्लैटिपस।
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मोनोट्रीम नाम के प्राचीन स्तनपायी समूह के मात्र दो ही सदस्य आज के युग में बचे हुए हैं-एकिडना और प्लैटिपस।
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मोनोट्रीम नाम के प्राचीन स्तनपायी समूह के मात्र दो ही सदस्य आज के युग में बचे हुए हैं-एकिडना और प्लैटिपस।
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अण्डजता का वास्तविक विलोम आंवल जरायुजता है जो लगभग सभी स्तनधारियों में पाई जाती है (धानी-प्राणी (मार्स्युपिअल) और मोनोट्रीम जैसे अपवादों को छोड़कर)।
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मोनोट्रीम नाम के प्राचीन स्तनपायी समूह के मात्र दो ही सदस्य आज के युग में बचे हुए हैं-एकिडना और प्लैटिपस ।
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अण्डजता का वास्तविक विलोम आंवल जरायुजता है जो लगभग सभी स्तनधारियों में पाई जाती है (धानी-प्राणी (मार्स्युपिअल) और मोनोट्रीम जैसे अपवादों को छोड़कर)।
9.
निचली रीढ़ वाले प्राणियों में (जल-स्थलचर, सरीसृप, पक्षी और मोनोट्रीम (monotreme) स्तनधारी (प्राचीनकालीन अंडे देनेवाला स्तनधारी), संभोग या मैथुन नर व मादा के क्लोएक (आंत के अंत में एक यौन, मल-मूत्र संबंधी छिद्र या नली) के शारीरिक संगमन के जरिये होता है.