अलीपुरद्वार (जलपाईगुड़ी): छात्र रंकु प्रसाद उपाध्याय की सर्पदंश से हुई मौत मामले ने तूल पकड़ लिया है।
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विभीषण आदि राक्षसों ने मलय, चन्दन, काष्ठ, पदमक्, उशीर, खस तथा अन्य प्रकार के चन्दनों द्वारा वेदोक्त विधि से चिता बनाई और उसके ऊपर रंकु नामक मृग का चर्म विछाया।''
परिभाषा
एक प्रकार का हिरण:"रंकु की पीठ पर सफेद चित्तियाँ होती हैं"