| 1. | रक्तज अर्श या खुनी बवासीर (
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| 2. | रक्तज गुल्म निदान, लक्षण और आज के परिपेक्ष मे इसकी...
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| 3. | डी यु बी, रक्तज योनि व्यापद
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| 4. | रक्तज गुल्म निदान, लक्षण और आज के परिपेक्ष मे इसकी तुलना,
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| 5. | ग्रीष्म के रक्तज विकारों की शान्ति के लिए तो ये बहुमूल्य औषधियाँ हैं।
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| 6. | रक्तजन्य (रक्तज): नाक से लाल रंग का स्राव होता है।
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| 7. | सफेद खांड और शहद मिलाकर दस्तावर औषधि लेने से रक्तज अंडवृद्धि दूर होती है।
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| 8. | रक्तज में अंडकोष काले फोड़ों से भरे और पित्त वृद्धि के लक्षणों वाले होते हैं।
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| 9. | रक्तपित्त, रक्तज अर्श, वातरक्त मे इसके पांचाग का स्वरस या चूर्ण दिया जाता है ।
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| 10. | बीजों के कल्क को चावल के धावन से लेने पर रक्तज अर्श मे लाभ करता है
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