यथा शीघ्र भारतमें ही अपने रूढीवाद पर खिल्ली उडाई जाती है.
3.
साथ ही साथ वे हर तरह जड़वादिता और रूढीवाद के विरुद्ध संघर्ष करते रहे ।
4.
बिलकुल सही लिखा है आपने लेकिन आज के दौर में नारी समझना कम और समझाना ज् यादा चाहने लगी है, वो इन बातों में वैज्ञानिकता देखने के बजाये रूढीवाद देखने लग जायेगी
5.
जब अपनी कल्पना, अपनी इच्छा कूँ हम कल्पना ना कह कर शोध कह देवैं तो वा तार्किक हो जावै सो समर्थक भी मिल जावैं, और वाय कल्पना ही कहता रहो तो वा रूढीवाद है, हालांकि रूढिवाद मैं कल्पना की जरूरत नांय है।