| 1. | पाइक ने “स्वनिविज्ञान” में और नाइडा ने रूपप्रक्रिया (
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| 2. | रास्क और ग्रिम ने स्वन परिवर्तनों पर प्रकाश डाला, बॉप ने मुख्यत: रूपप्रक्रिया का आधार ग्रहण किया।
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| 3. | रास्क और ग्रिम ने स्वन परिवर्तनों पर प्रकाश डाला, बॉप ने मुख्यत: रूपप्रक्रिया का आधार ग्रहण किया।
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| 4. | पाइक ने “स्वनिविज्ञान” में और नाइडा ने रूपप्रक्रिया (Morphology) में विश्लेषण पद्धति का विस्तार से विवेचन किया है।
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| 5. | पाइक ने टैग्मेमिक पद्धति निकाली जो कि रूपप्रक्रिया और वाक्यप्रक्रिया दोनों में एक समान प्रयुक्त होने से स्पृहणीय हो गई है।
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| 6. | पाइक ने टैग्मेमिक पद्धति निकाली जो कि रूपप्रक्रिया और वाक्यप्रक्रिया दोनों में एक समान प्रयुक्त होने से स्पृहणीय हो गई है।
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