| 1. | परन्तु पर्वत पर यीशु का रूपलेख वैसा नहीं था।
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| 2. | परन्तु इस्राएलियों के दिमाग में प्रतापी परमेश्वर का रूपलेख जमा हुआ था।
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| 3. | परन्तु इस्राएलियों के दिमाग में प्रतापी परमेश्वर का रूपलेख जमा हुआ था।
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| 4. | उस समय परमेश्वर का रूपलेख जिसकी लोगों ने मन में कल्पना की, असली में आए परमेश्वर से बहुत अलग था।
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| 5. | उस समय परमेश्वर का रूपलेख जिसकी लोगों ने मन में कल्पना की, असली में आए परमेश्वर से बहुत अलग था।
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| 6. | इसलिए इस्राएली सोचते थे कि जब परमेश्वर मसीह के रूप में इस पृथ्वी पर आता तब अवश्य उतने महिमामय रूपलेख में आएगा।
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| 7. | इसलिए इस्राएली सोचते थे कि जब परमेश्वर मसीह के रूप में इस पृथ्वी पर आता तब अवश्य उतने महिमामय रूपलेख में आएगा।
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| 8. | (यूह 20: 24-29) और इस्करियोती यहूदा ने यीशु का सच्चा रूपलेख नहीं, बल्कि सिर्फ उसका शारीरिक रूपलेख देखते हुए अन्त में इनकार किया।
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| 9. | (यूह 20: 24-29) और इस्करियोती यहूदा ने यीशु का सच्चा रूपलेख नहीं, बल्कि सिर्फ उसका शारीरिक रूपलेख देखते हुए अन्त में इनकार किया।
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