पहलायह कि वह परमाणु बिजली घर प्रतिदिन १०० करोड़ गैलन पीने लायक पानी तैयारकरेगा तो कराँची के आस-पास के इलाकों को मुहैया किया जाएगा और दूसरा यहकि वह परमाणु बिजली घर पर्याप्त बिजली भी पैदा करेगा और आवश्यकता पड़नेपर उससे रेडियो-आइसोटोप भी पैदा किए जा सकेंगे.