| 1. | पुडुचेरी स्थित ' रोगवाहक नियंत्रण अनुसंधान केन्द्र (
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| 2. | [संपादित करें] भारत में कालाजार रोगवाहक
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| 3. | एडीज़ एजिप्टी डेंगू / डेंगूरक्तस्रावीज्वर का प्रमुख रोगवाहक है।
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| 4. | रोगग्रस्त या रोगवाहक पशु या मनुष्य संक्रमण के कारक होते हैं।
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| 5. | बी प्रकार के पीलिया रोग के रोगवाहक का पता लग सकता
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| 6. | एडीज़ एजिप्टी भारत में डेंगू के संप्रेषण की मुख्य रोगवाहक है।
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| 7. | भारत में कालाजार फैलाने वाली एक मात्र रोगवाहक मक्खी है-फ्लैबोटामस अर्जेंटाइप्स।
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| 8. | रोगी का रक्त पहले दिन से लेकर 51 दिनों तक रोगवाहक रहता है।
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| 9. | भारत में कालाजार फैलाने वाली की एक मात्र रोगवाहक मक्खी है-फ्लैबोटामस अर्जेंटाइप्स।
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| 10. | रोगवाहक व्यक्ति नहीं पाए गए हैं, न रोग के आक्रमण से रोग-प्रतिरोध-क्षमता उत्पन्न होती है।
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