English - Hindi मोबाइल
साइन इन साइन अप करें

लाटानुप्रास वाक्य

उच्चारण: [ laataanuperaas ]
"लाटानुप्रास" का अर्थ
उदाहरण वाक्यमोबाइल
  • हाँ, इसमें लाटानुप्रास के पाँच भेद बताए गए हैं-
  • पिछले अंक में लाटानुप्रास पर चर्चा करते समय कुछ बातें छूट गई थीं।
  • पर, अन्य आचार्यों ने लाटानुप्रास को इस रूप में नहीं देखा है।
  • कुछ आचार्य अनुप्रास के तीन भेद-छेकानुप्रास, वृत्त्यानुप्रास और लाटानुप्रास मानते हैं।
  • लाटानुप्रासː जब एक शब्द या वाक्यखण्ड की आवृत्ति होती है तो लाटानुप्रास होता है।
  • पिछले अंक में छेकानुप्रास, वृत्त्यानुप्रास और लाटानुप्रास पर चर्चा की जा चुकी है।
  • अनुप्रास के ५ भेद-छेकानुप्रास, वृत्त्यानुप्रास, लाटानुप्रास, श्रुत्यानुप्रास तथा अन्त्यानुप्रास हैं.
  • जहाँ तक मुझे देखने को मिला, हिन्दी में लाटानुप्रास के भेदों की चर्चा नहीं की गई है।
  • हिन्दी फिल्म के इस गीत में ' आदमी' शब्द की बारंबारता के लिए लाटानुप्रास अलंकार का आभास होता है|
  • कवियों में सर्वाधिक लोकप्रिय अनुप्रास में वृन्त्यानुप्रास तथा लाटानुप्रास नहीं है किन्तु दोहा के छंद-विधान-बंधन के कारण सम तुकान्ती सम चरणान्त में अन्त्यानुप्रास सर्वत्र है.
  • अतः, ' लाटानुप्रास ' कम ही मिलता है-' उर में बरबस आसव री ढाल गयी होली / देखो अब तो अपनी यह चाल नयी हो ली. '
  • लाटानुप्रास: जहाँ शब्द और अर्थ की आवृत्ति में अभिप्राय मात्र की भिन्नता हो अर्थात शब्दों या पदों का दुहराव हो, अभिप्राय भी प्रायः वही हो पर अन्वय करने से अर्थ में परिवर्तन हो.
  • भामह द्वारा निरूपति ३ ९ अलंकारों में से इन्होंने आशी, उत्प्रेक्षावयव, उपमारूपक और यमक इत्यादि चार अलंकारों को छोड़ दिया है तथा पुनरुक्तवदाभास, छेकानुप्रास, लाटानुप्रास, काव्यहेतु, प्रतिवस्तूपमा, दृष्टांत और संकर, इन छह नवीन अलंकारों को लिया है।
  • शब्दालंकारों के प्रयोग में पुररुक्ति, प्रयत्नलाघव तथा उच्चारण या ध्वनिसाम्य मुख्य आधारभूत सिद्धांत माने जाते हैं और पुनरुक्ति को ही आवृत्ति कहकर इसके वर्ण, शब्द तथा पद के क्रम से तीन भेद माने जाते हैं, जिनमें क्रमश: अनुप्रास और छेक एवं यमक, पररुक्तावदाभास तथा लाटानुप्रास को ग्रहण किया जाता है।
  • शब्दालंकारों के प्रयोग में पुररुक्ति, प्रयत्नलाघव तथा उच्चारण या ध्वनिसाम्य मुख्य आधारभूत सिद्धांत माने जाते हैं और पुनरुक्ति को ही आवृत्ति कहकर इसके वर्ण, शब्द तथा पद के क्रम से तीन भेद माने जाते हैं, जिनमें क्रमश: अनुप्रास और छेक एवं यमक, पररुक्तावदाभास तथा लाटानुप्रास को ग्रहण किया जाता है।
  • शब्दालंकारों के प्रयोग में पुररुक्ति, प्रयत्नलाघव तथा उच्चारण या ध्वनिसाम्य मुख्य आधारभूत सिद्धांत माने जाते हैं और पुनरुक्ति को ही आवृत्ति कहकर इसके वर्ण, शब्द तथा पद के क्रम से तीन भेद माने जाते हैं, जिनमें क्रमश: अनुप्रास और छेक एवं यमक, पररुक्तावदाभास तथा लाटानुप्रास को ग्रहण किया जाता है।

लाटानुप्रास sentences in Hindi. What are the example sentences for लाटानुप्रास? लाटानुप्रास English meaning, translation, pronunciation, synonyms and example sentences are provided by Hindlish.com.