| 1. | महाराष्ट्रीय तथा उत्तर-भारतीय, लावनी की पहले दो मंच
|
| 2. | लावनी के परिप्रेक्ष्य में यदि ख्याल-गायकी को सम्मुख
|
| 3. | लावनी या ख्याल के ढंग पर लिखी थी।
|
| 4. | अत: यह कहा जा सकता है कि लावनी
|
| 5. | मेरठ परिक्षेत्र के अंतर्गत खुर्जा (बुलंदशहर) में लावनी
|
| 6. | इसका संबंध लावनी देश लावाणक से भी था,
|
| 7. | किंतु लावनी वालों ने भी अपना एक ख़ास
|
| 8. | निष्कर्षत: लावनी लोक-गीत लोक-साहित्य की ऐसी विधा है
|
| 9. | लावनी का आरंभ होते ही मंच पर जो प्रश्नोत्तरात्मक
|
| 10. | लावनी की बोली खड़ी बोली रहती थी।
|